हरिद्वार। कथा व्यास डॉ. रामविलास दास वेदांती ने गुरुवार को कहा कि हनुमान को राम का सबसे बड़ा भक्त माना जाता है। हनुमान सर्वशक्तिमान और सर्वज्ञ हैं। हनुमान के बगैर न तो राम हैं और न रामायण। कहते हैं कि दुनिया चले न श्रीराम के बिना और रामजी चले न हनुमान के बिना।
वशिष्ठ भवन धर्मार्थ सेवा ट्रस्ट की ओर से प्रेमनगर आश्रम में चल रही संगीतमयी श्रीमद् वाल्मीकिय श्रीराम कथा में कथा व्यास डॉ. रामविलास दास वेदांती ने कहा कि वन में राम-लक्ष्मण को देखकर रावण की बहन सूर्पणखा मोहित हो गई और शादी करने के लिए दवाब बनाने लगी और मना करने पर सीता पर हमला कर दिया।
क्रोधित लक्ष्मण ने सूर्पणखा की नाक काट दी। मदद के लिए सूर्पणखा खर-दूषण के पास गई। उन्हें राम-लक्ष्मण ने मार दिया। यह घटना सूर्पणखा ने रावण को बताई।