हरिद्वार। देवसंस्कृति विवि शांतिकुज में 44वें ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह का शुभारंभ सोमवार को कुलगीत से हुआ। ज्ञानदीक्षा समारोह में भारत के 15 राज्यों के नवप्रवेशी छात्र-छात्राएं दीक्षित हुए। इससे पहले मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री डॉ. धनसिंह रावत, विशिष्ट अतिथि दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, देसंविवि के कुलपति शरद पारधी, प्रतिकुलपति डा. चिन्मय पण्ड्या ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्य अतिथि डॉ. रावत ने कहा कि जिन युवाओं में अनुशासन होता है, वे ही आगे बढ़ते हैं। देसंविवि में युवाओं को शिक्षा के साथ अनुशासन भी सिखाया जाता है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति हमें जड़ों से जुड़ना और अनुशासित रहना सिखाती है। ज्ञानदीक्षा संस्कार समारोह अच्छा आयोजन है, इसे राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में आयोजित किया जाना चाहिए। इसके लिए देव संस्कृति विवि को एक गाइडलाइन तैयार करनी चाहिए।