बचपन से ही जिज्ञासु और तार्किक स्वभाव के थे स्वामी चिन्मयानंद

हरिद्वार। कॉलेज परिसर में गुरुवार को चिन्मय डिग्री कॉलेज के संस्थापक स्वामी चिन्मयानंद की 109वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर 108 नामों का उच्चारण किया गया। प्राचार्य डॉ. आलोक अग्रवाल ने चिन्मयानंद के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि स्वामी चिन्मयानंद के बचपन का नाम बालकृष्ण मेनन था। उनका जन्म 8 मई 1916 को केरल के एर्नाकुलम में हुआ था। स्वामी चिन्मयानंद बचपन से ही जिज्ञासु और तार्किक स्वभाव के थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा केरल में हुई। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से अंग्रेजी, साहित्य कानून और पत्रकारिता में अध्ययन किया।

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