हरिद्वार। ताड़का वध के दौरान भीमगोड़ा रामलीला में हुड़दंगियों ने उपद्रव मचाया था। जिस कारण लीला में भगदड़ मच गई थी। पुलिस ने इस मामले में नाबालिग समेत 11 लोगों पर कार्रवाई की थी।
अगले दिन मंचन के दौरान पुलिस लगातार गश्त करती रही। खड़खड़ी चौकी प्रभारी संजीत कंडारी पुलिस टीम के साथ देर रात तक लीला मंचन के दौरान तैनात रहे।
इधर, मंच पर ताड़का वध करने के बाद भगवान राम और लक्ष्मण गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुर स्वयंवर में भाग लेने के लिए प्रस्थान करते हैं। मार्ग में एक पत्थर की शिला को देख सभी एक पल के लिए ठहर जाते हैं।
गुरु विश्वामित्र ने कहा कि राम यह जो पत्थर की शिला दिखाई दे रही है वह गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या है, जो पति के शाप से शिला के रूप में परिवर्तित हो गई हैं।