हरिद्वार। श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा में शनिवार को विजयदशमी के मौके पर शस्त्र पूजन हुआ। इस दौरान विधि विधान से वैदिक परंपरा के साथ साधु-संतों ने शस्त्रों की पूजा की। पिछले 2500 वर्षों से दशनामी परंपरा से जुड़े नागा संन्यासी शस्त्र पूजन की परंपरा का निर्वहन करते है।
अखाड़ों में रखे सूर्य प्रकाश और भैरव प्रकाश नामक भालों को देवता के रूप में पूजा जाता है। शनिवार को महानिर्वाणी अखाड़े में भैरव प्रकाश और सूर्य प्रकाश नामक भालों के साथ आधुनिक युग के शस्त्रों का पूजन साधु संतों ने किया। भैरव प्रकाश और सूर्य प्रकाश देवता रूपी भाले कुंभ मेले के अवसर पर अखाड़ों की पेशवाई के आगे चलते हैं। इन भालें रूपी देवताओं को कुंभ में शाही स्नानों में सबसे पहले गंगा स्नान कराया जाता है।