हरिद्वार। रसूलपुर मीठीबेरी के प्रधान और जिला पंचायत सदस्य ने डीएम को पत्र भेजकर रवासन नदी में पोकलैंड और जेसीबी से खनन कराने का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि मशीनों से भारी मात्रा में खनन, चुगान कराने से नदी का तल 15 से 25 फीट तक गहरा हो गया है और गहरे गड्ढे बन गए हैं।
प्रधान कमलेश द्विवेदी और जिला पंचायत सदस्य बृज मोहन पोखरियाल ने बताया कि रवासन नदी में पट्टाधारकों ने पोकलैंड उतार दी हैं। अत्यधिक खनन के चलते हर साल कृषि भूमि का कटाव हो रहा है। ग्रामीण किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। बताया कि वर्ष 2012 में खनन के गहरे गड्डो में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी।
इसके बाद भी रवासन नदी में पोकलैंड और जेसीबी आदि से खनन कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि जनहित को दरकिनार कर खनन चुगान कराया जाना जरूरी है तो नियम के तहत कराया जाए। अन्यथा जिला प्रशासन को ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ेगा।